विकासनगर। रुद्र सेना के कार्यकर्ताओं ने उप जिलाधिकारी विकास नगर को दिए ज्ञापन में कहा है कि विभिन्न धार्मिक स्थलों से ऊंची आवाज में बोलना सुप्रीम कोर्ट की हवेलना है। उन्होंने कहा है कि कोर्ट द्वारा विगत वर्ष विधिवत किसी भी धार्मिक स्थान से ऊंची आवाज़ अजान करना, प्रार्थना करना आदि पर प्रतिबंध लगाया था और प्रशासन द्वारा विधिवत सभी समुदायों के साथ बैठक कर ध्वनिवर्धन के माध्यम से धार्मिक स्थलों से आवाज करना बंद करवाया था। परंतु यह आवाज फिर से शोर मचा रही है इसे परेशान होकर रूद्र सेना के कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन देकर सरकार से समाधान की अपील की।
सरकार में रूद्रसेना देवभूमि उत्तराखंड के तत्वावधान में राज्यपाल को उपजिलाधिकारी विकासनगर के माध्यम से ज्ञापन भेजा जिसमे हल्द्वानी हिंसा पर कड़ी नाराज़गी जताई गई ओर कहा की प्रदेश में हिंसा क़तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
बताते चलें की रूद्रसेना उत्तराखंड में हो रहे अवैध क़ब्ज़ों के खिलाफ आवाज़ उठा रही है, पिछले दो वर्षों से प्रयासरत हैl अवैध मज़ारों व अवैध क़ब्ज़ों पर सरकार का ध्यान बार बार आकर्षित करती रहती है। विगत वर्ष हनोल में धर्मसभा का आयोजन किया किया गया था जिसका उद्देश्य देवभूमि उत्तराखंड में बढ़ते बिधर्मी कार्यक्रमों को रोकना था।
हल्द्वानी में अवैध अतिक्रमण हटाने गए प्रशासन, पुलिस व पत्रकारों पर जानलेवा हमला किया था। इसी बीच देहरादून आदी जगह के कुछ विशेष समुदाय के लोगों ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा था कि अतिक्रमण हटा तो हम जबाव देंगे जिस पर रूद्रसेना ने भी आक्रोश व्यक्त किया था कि देवभूमि उत्तराखंड में इस प्रकार की हरकतें नहीं चलेगी।
विशेष समुदाय द्वारा धार्मिक भावना भड़काकर अवैध रूप से किया जा रहे कब्जे व धार्मिक स्थान बनाने को लेकर रुद्र सेना के दर्जनों कार्यकर्ता तहसील विकासनगर पहुँचकर विरोध प्रदर्शन किया। रूद्रसेना के संस्थापक राकेश उत्तराखंडी ने कहा की प्रदेश के स्थानीय निवासी धार्मिक स्थलों के नाम सीहोर अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा सरकार द्वारा तत्काल अवैध अतिक्रमण को हटाया जाए ।
जौनसार बावर में अवैध तरीक़े से नाम लगी भूमी को निरस्त कर अवैध रूप से बसे लोगों को बाहर किया जाए। रुद्र सेवा के संस्थापक अध्यक्ष राकेश तोमर उत्तराखंडी ने कहा है कि हल्द्वानी की घटना कोई सामान्य घटना नहीं है इसके दुष्परिणाम भविष्य में देखने को मिलेंगे उन्होंने कहा है कि धार्मिक पूजा अर्चना के नाम पर नियमित भारत को खोखला करने की रणनीति एक समुदाय विशेष के लोग कर रहे हैं।
देवभूमि उत्तराखंड में कुछ विदेशी ताक़तें जानबूझकर बड़ी मात्रा में अवैध लोगों को सरकारी ज़मीनों पर जुगी झोंपड़ी बनाकर क़ब्ज़ा करवा रही है जो धीरे धीरे उनके वोटर कार्ड आधार कार्ड व राशन कार्ड बनवा रही है और एक, दो साल के अंदर ही सभी सरकारी सुविधाओं के लाभार्थी बन जाते हैं।
रुद्र सेना के अध्यक्ष राकेश उत्तराखंडी ने कहा है कि पिछले दो वर्ष से लगातार सरकार को अवगत करा रहे हैं कि जौनसार बावर अनुसूचित जनजाति क्षेत्र है वहां बाहरी व्यक्ति ना जमीन ले सकता ना सरकारी व निजी ज़मीन क़ब्ज़ा की जा सकती है परंतु त्युनी तहसील में बड़े पैमाने पर 800 बीगा नीजी / सरकारी जमीन मुस्लिम वन गुर्जरों के नाम कर दी है। जबकि 1967 के बाद गैर जौनसारी के नाम यहां की जमीन नहीं लग सकती । अवैध रूप से नाम लगी जमीन निरस्त करने योग्य है व जितनी भी ये आबादी हमारे क्षेत्र में अवैध बसावट कर रही है तत्काल बाहर किये जाए। ।
ज्ञापन में रुद्र सेना ने उल्लेख किया है कि सुप्रीम कोर्ट से धार्मिक स्थलों से माईक बंद किये गये हैं परंतु अभी तक मस्जिदों से माईक नहीं हटाए गये,ध्वनि प्रदूषण के कारण बुजुर्गों को परेशानी व स्कूली बच्चे पढ़ नहीं पा रहे हैं जो एक धर्म विशेष द्वारा शुद्ध रूप से सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की हवाला की जा रही है।