उपासना टॉकीज में स्वर्गीय रतन सिंह जौनसारी की पुण्यतिथि पर ‘मैरै गांव की बाट’ फिल्म के दर्शकों ने दी श्रद्धांजलि
विकासनगर (गढ़ बैराट न्यूज़)। विकासनगर के उपासना टॉकीज में लगी जौनसारी फिल्म ‘मैरै गांव की बाट’ के शो प्रारंभ होने से पूर्व जौनसार बावर के वरिष्ठ साहित्यकार, रंगकर्मी एवं कवि व गीतकार स्वर्गीय रतन सिंह जौनसारी की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर दर्शकों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर विधानसभा के पूर्व सूचना अधिकारी एवं लोक पंचायत के सदस्य भारत चौहान कहा कि जौनसार-बावर की संस्कृति को देश-विदेश में पहचान दिलाने में रतन सिंह जौनसारी का सबसे अहम योगदान रहा है। सामाजिक चेतना की अलख जगाने वाले साहित्य जगत के पुरोधा रतन जौनसारी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
लोक पंचायत के सदस्य सतपाल चौहान ने उन्हें युवा पीढ़ी का प्रेरणास्रोत कहा।
कि जौनसार के बिसोई निवासी बहुमुखी प्रतिभा के धनी रतन सिंह जौनसारी वर्ष 1965 से 1995 तक आकाशवाणी व दूरदर्शन में कलाकार थे। इसके अलावा वह 1979 से 1984 के बीच संगीत नाटक अकादमी लखनऊ से जुड़े रहे।
रतन जौनसारी ने वर्ष 1980 में निर्मित वृत्त चित्र के माध्यम से 40 देशों में जौनसार-बावर की लोक संस्कृति को पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उनके लिखे काव्य संग्रह पाठ्य पुस्तक में शामिल हैं।
ज्ञात हो कि बड़े पर्दे पर बनने वाली फिल्म मैरै गांव की बाट की शूटिंग स्वर्गीय रतन सिंह जौनसारी के जन्मदिन 1 अप्रैल को फटेऊ गांव में प्रारंभ हुई थी और आज उनके पुण्यतिथि पर यह फिल्म विभिन्न पिक्चर हॉल में प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म में भी बीच में रतन सिंह जौनसारी जी के नाम का उल्लेख किया गया है।