झाझरा। कर्मचारी राज्य बीमा निगम के 73-वें फाउंडेशन दिवस के अवसर पर झाझरा स्थित सुभारती अस्पताल एवं सेलकुई स्थित कर्मचारी राज्य बीमा योजना औषधालय के संयुक्त तत्वाधान से डिक्सन टेक्नोलॉजी (इन्डिया) लिमिटेड, सेलाकुई में एक दिवसीय बेसिक लाइफ र्स्पोट (बी०एल०एस०) प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
शिविर में सुभारती अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों द्वारा डिक्सन के कर्मचारियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण दिया। इनका सहयोग करते हुए राज्य बीमा योजना औशधालय प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ० सोहन सिंह ने बताया कि पहले दिल की बीमारी अमीरों की बीमारी थी पर आज ये आम बीमारी हो गयी है। इसलिए हर व्यक्ति को इसके बारे में जानना जरूरी है। सुभारती अस्पताल के निश्चेतना विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ० कनिष्क आहूजा ने बताया कि अगर कोई बेहोश व्यक्ति दिखे तो सर्वप्रथम उसे पहले सेफ जगह पर लेजाकर जमीन पर लेटा दें, फिर उसके हाथ की पल्स चेक करें । अगर हाथ की नब्ज़ न मिले तो गर्दन पर उसकी पल्स चेक करे । यदि वहां भी पल्स न मिले तो तुरंत रोगी को सी०पी०आर० देना शुरू कर दें ।
सी०पी०आर० के बारे में विस्तार से बताते हुए निश्चेतना विभाग के चिकित्सक डॉ० मनीश ने कहां कि ठोस सतह पर मरीज को लेटाकर उसकी छाती पर अपने दायें हाथ को बायें हाथ के उपर रखकर ज़ोर से दबायें और छोड़ें । ये प्रक्रिया काफी फास्ट होनी चाहिए क्योंकि इसे एक मिनट में सौ बार करनी है । ऐसा कर हम रोगी के मस्तिष्क में ब्लड सप्लाई पुनः स्थापित कर उसे बचा सकते है। इसके बाद माउथ –टू-माउथ साँस प्रक्रिया करनी चाहिए । सारी प्रक्रिया को पुतले पर समझाया गया ।
कार्यक्रम के अंत में डिक्सन टेक्नोलोजी के अधिकारीयों ने सुभारती टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण की आगे भी अत्यन्त आवश्कता है ताकि जरूरत पढ़ने पर जरूरतमंदों की जान बचाई जा सके । इस शिविर में ईमर्जन्सी मेडिकल टेक्निशन शेखर सोनल, तथा जनसंपर्क अधिकारी गणेश डोभाल एवं कार्यकारी विज्ञान प्रकाश का योगदान रहा । अस्पताल के विपणन एवं प्रचार-प्रसार प्रभाग के प्रमुख डॉ० प्रशांत कुमार भटनागर ने कहा कि अस्पताल द्वारा आगे भी जनहित में ऐसी कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी ।