देहरादून। मासिक धर्म स्वच्छता और स्वास्थ्य एक संवेदनशील मुद्दा है जिस पर व्यापक रुप से ध्यान देना आवश्यक है। कई किशोरियों में न केवल इस प्राकृतिक घटना के बारे में उचित जानकारी का अभाव है, बल्कि वे कई अंधविश्वासो पर भी विश्वास करती है। किशोरियों के प्रति सामाजिक प्रतिबद्धता के रुप में झाझरा स्थित सुभारती अस्पताल द्वारा ग्राम चिलियों स्थित राजेश्वरी करुणा अशोक आश्रम स्कूल में मासिक धर्म स्वच्छता और स्वास्थ्य पर एक दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. बीना यादव ने सभी किशोरियों से उनकी समस्या सुनी और उनके उपाय बताये । उन्होंने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया। डॉ. बीना यादव ने कहा कि आजकल देखा गया है बालिकाओं की ग्रोथ अच्छी होने के कारण दस -बारह वर्ष की उम्र में ही मासिक धर्म की शुरु हो जाता है इसीलिए इस प्रकार के शिविर बहुत महत्वपूर्ण हैं ।
इस कार्यक्रम में सामुदायिक चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. पूर्वी श्रीवास्तव ने किशोरियों से मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि मासिक धर्म किशोरियों में एक सामान्य प्रक्रिया है । शिविर में आहार विशेषज्ञ डॉ. प्रज्ञा शर्मा ने बालिकाओं को आहार के बारे में बताते हुए कहा इस दौरान संतुलित आहार लेना चाहिए। नामक – मिर्च- मसालों का प्रयोग कम करने पर जोर दिया । साथ ही किशमिश , बादाम , आयरन युक्त हरी पत्ते वाली सब्जी, दाले, दुध इत्यादि लेने की सलाह दी ।
आश्रम की प्राचार्य श्रीमति ऋ्तु भट्ट ने सुभारती की टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एसे दूर-दराज के इलाको में जहां डाक्टर मुश्किल से मिलते है, वहाँ सुभारती की टीम ने आकर छात्राओं की जांच की और इलाज बताया, यह सराहनीय है। इस कार्यक्रम में अस्पताल के ओ०एस.डी.- विपणन हरीश शर्मा, सामुदायिक कल्याण अधिकारी विकेंद्र कठैत, अस्पताल की महिला जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती नीलम तिवारी एवं विज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव का योगदान रहा तथा विपणन एवं प्रचार-प्रसार प्रमुख डॉ० प्रशांत कुमार भटनागर का मार्गदर्शन रहा ।