कालसी। वीर शहीद केसरी चंद स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय डाकपत्थर के राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर में सुभारती अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सको ने सभी स्वयंसेवकों का शारीरिक परीक्षण कर विभिन्न रोगों से बचने के उपाय बताएं साथ ही नशे से दूर रहने का आह्वान भी किया। कालसी में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के दौरान सुभारती अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ राजीव डोगरा ने कहा कि नशा मनुष्य के जीवन को समाप्त कर रहा है, नशा छोड़ने के लिए सबसे जरूरी है कि अपने ध्यान को स्थिर रखें। इस दौरान लोगों से मेलजोल बढ़ाएं ताकि दिमाग में नशे से जुड़े ख्याल ही न आएं साथ ही सुबह के वक्त योगासन, करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इंसान सामान्यतः नशा तब करता है जब वह डिप्रेशन में रहता है, फिर अगर उसे किसी बात का बहुत दुख हो तो उस दुख को भूलने के लिए भी मनुष्य नशा करता है और तनाव से मुक्त होने के लिए भी नशा करता है। ड्रग एडिक्शन या नशे की लत किसी के शरीर को होने वाली ऐसी ज़रूरत है जिस पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी है अन्यथा मनुष्य का जीवन गर्त में चला जाता है। राष्ट्रीय सेवा योजना की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजकुमारी भंडारी चौहान ने कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े हुए स्वयंसेवकों के साथ-साथ स्थानिक ग्रामीण का भी सुभारती हॉस्पिटल के चिकित्सकों द्वारा शारीरिक परीक्षण किया गया जिसमें बाल रोग, स्त्री रोग, नेत्र रोग, से संबंधित चिकित्सकों ने देखभाल कर आवश्यकता अनुसार औषधि वितरित की। जिसमें अनेक लोग लाभान्वित हुएl
श्रीमती चौहान ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य ही ग्रामीण जनजीवन को स्वास्थ्य के प्रति, नशा मुक्ति, मताधिकार का प्रयोग आदि विभिन्न जन उपयोगी योजनाओं को स्वयंसेवकों की सहभागिता से जागरूकता उत्पन्न करना है। इस अवसर पर कार्यक्रम में कनिष्ठ प्रमुख रितेश असवाल, डा० रवि कंसवाल, डॉ संघमित्र, हरीश शर्मा, विकेंद्र कठैत, बलवंत बोरा, रमेश नीलम, दीपाली, प्रीति, जयेंद्र, वरिष्ठ स्वयंसेवी तुषार कपूर, सचिन कुमार चेतराम आदि उपस्थित रहे।